रक्त में पेलेटलेट्स
प्लेटलेट्स - प्लेटलेट्स अस्थि मज्जा यानि बोन मैरो में बनता है। हर रोज बोन मैरो लाखों प्लेटलेट्स बनाता है, जिनका जीवन 10 दिन ही माना गया है ।प्रति माइक्रो लीटर डेढ़ से 4.5 लाख प्लेटलेट्स स्वस्थ आदमी में होनी चाहिए। 40000 तक प्लेटलेट्स कम होने में कोई खतरा नहीं है, लेकिन हां 20000 से कम का लेवल खतरनाक हो सकता है। यह रक्त का ही एक कण है । कारण। - वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण रोग, मलेरिया, एनीमिया, डेंगू बुखार, गठिया रोग, हेपेटाइटिस, कैंसर, इम्यूनो थ्रांबोसाइटोपेनिया । लक्षण - मल मूत्र मसूड़ों उल्टी आदि में खून आना। शरीर में थकावट, सांस में दिक्कत,बुखार,त्वचा पर नीले भूरे लाल रंग के धब्बे। चिकित्सा - प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए - पपीता फल या पत्ते,आवंला, गिलोय,अनार,पालक, चुकंदर दूध ,पौष्टिक ,आयरन युक्त भोजन । आयुर्वेदिक औषधि - जैसे jayrex pletx plus tab. Platnza tab or syp.(Himaya co.)कॉर्टिकोस्टेरॉइड जैसे प्रेड़नीस लोन, डेक्सामेथासोन, विटामिन बी12, सी,के आदि का प्रयोग करें। Inj. augplate ,पलेटलेट्स बढ़ाने के लिए दे।पानी खूब पीएं,नियमित व्यायाम करें । विटामिन डी प्लेट्स काम करता है ।इससे बचे।प्लेटलेट्स काउंट किट से आप घर पर भी प्लेट्स चेक कर सकते हैं । धन्यवाद
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