इनलुएंजा ए (H ३ एन २) की स्टीक चिकित्सा
इनफ्लुएंजा -(एच३ एन २) कारण - वायरस के कारण,ड्रॉपलेट इनफेक्शन होता है।लक्षण - बुखार, सिर दर्द,सूखी खांसी, कमजोरी,नाक से पानी आना आदि। होम्योपैथिक - ऐकोन 30,जेल्सीमियम ३०. आयुर्वेदिक चिकित्सा - त्रिभुवन कीर्ति रस,गिलोय घनवटी।एलोपैथिक चिकित्सा - levoसिट्राजिन और पेरासिटामोल। नाक में सरसों का तेल या सरसों के तेल में प्याज का रस मिलाकर,दोनो नथनो में दो-दो बूंद डालें या अणु तेल की 2 -२ ड्रॉप नाक में डालें।यह वायरस का रोग है, तीन-चार दिन में,स्वयं भी ठीक हो जाता है।अगर कोई उपद्रव होता है तो, फिर संक्रमण के आधार पर एंटीबायोटिक दी जाती है।
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