उपनयन संस्कार
11 - उपनयन संस्कार - उपनयन यानि यगोपवित (जनेऊ)धारण करना अत्यंत पवित्र होता है। इससे आयु बलतेज प्राप्त होता है।गर्भ से आठवें वर्ष या 11 वर्ष सूत का पास से बना जनेऊ धारण करना चाहिए।इसके बाद कटी सूत्र (मेखला) भी कटी कमर के चारों ओर, तीन लड़ी वाला बांधे। इसे तागड़ी भी कहते है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें