श्रोता धन संस्कार
15 - श्रोता धान संस्कार - (सन्यास आश्रम)इस संस्कार को शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को करना श्रेयकर है।इसे अग्न्याधेय भी कहते हैं।अग्नि कुंड, विधिपूर्वक बनाकर,होम,जप,तप करने के बाद,सन्यास रूप धारण कर, सत्संग शुरू कर, वेद वाणी सुनना और सुनाना,मृत्यु पर्यंत तक करते रहना चाहिए।अर्थात उस परमपिता परमेश्वर में ध्यान लगाना चाहिए।
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