30 अनमोल वचन
30 अनमोल वचन -
1 -ईश्वर अनादि, अव्यक्त, नित्य, ज्ञानी, एक और सर्वशक्तिमान है
2 -आत्मा अनादि, अव्यक्त, व्यापक, और चेतना देने वाली है। जो परमात्मा का ही प्रकाश या प्रभाव है।
3 -मनुष्य स्वयं कर्मों से अपने भाग्य को बनाता है।।
4 -जो सत्य है उसे निर्भीक होकर कहो।।
5 -अहंकार और बहम जीवन को नरक बना देते हैं।।
6 -ईर्ष्या मानव को अंदर ही अंदर गला देती है, पथभ्रष्ट करती है।
7-हिंसा मत करो पलटवार करती है।।
8 -सज्जन लोगों का साथ सदा सज्जनता का स्रोत है।।
9 -जो संतुष्ट है वही धनवान है।
10 -जिनके पास ज्ञान है वह भविष्यवाणी नहीं करते।। 11 -जो अपनी ही बात पर जोर देते हैं उसे कम ही लोग समर्थन देने देते हैं।। किसी पर अपनी बात थोपो नहीं।
12 -अगर आप ज्ञान प्राप्त करना चाहते हैं,तो किसी न किसी माध्यम से, हर दिन सीखो।।
13 - जब तक जियो सीखने की इच्छा रखो।
14 -जब तक आपके सामने कोई समस्या न आए तो समझो हम कुछ नहीं कर रहे।
15 -कुछ देकर वापसी की कामना ना करें। मिलेगा अवश्य लेकिन ,इस या दूसरे जन्म में ।।
16- स्वतंत्रता ही अधिकता गुलामी में बदल जाती है।। 17 -हर निर्णय को, अपने ऊपर लिया निर्णय मानकर देख।
18 -धनवान वही जिसका धन दूसरों का भी सहारा बन सके।
19 -ज्ञानी वही जिसे समाज का भला हो सके।
20 -अज्ञानी को समर्थन या सम्मान देना सबसे बड़ा पाप है।
21 -किसी भी कार्य को सोच समझकर करें, जल्दबाजी में ठीक नहीं।।
22 -चिंतन करो, हर समस्या हल होगी।
23 -खुद को कमजोर न समझो ।
24 -नुकसान को कभी न भूलो, वह आपको सही सीख देगा।।
25 -संस्कार, धर्म और सत्य की राह दिखाते हैं।
26 -ताकतवर वही जो कमजोर का सहयोग करें।
27 -ज्ञानी वही है, जो ज्ञानी महापुरुष के सत्संग या पुस्तकों का अध्ययन करें।
28 -मृत्यु सत्य है,जीवन मे कुछ ऐसा करके जाओ, जिससे बाद में आपको याद करे।
29 -अज्ञानी को सलाह तो दो,नही मानता तो उससे बहस मत करो।
30 -परमात्मा तो पूजनीय है ही,अपने माता-पिता और देवी-देवताओं को भी पूजनीय और सम्मान दो।
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